Lyrics

ये ना होगा नहीं, होगा-होगा (कैसे?) मानो तुम अगर मेरा कहना हम दोनों मिल के काग़ज़ पे दिल के चिट्ठी लिखेंगे, जवाब आएगा हम दोनों मिल के काग़ज़ पे दिल के चिट्ठी लिखेंगे, जवाब आएगा चिट्ठी के लिफ़ाफ़े पे नाम क्या लिखेंगे? नाम छोड़ो, पूछो कि पैग़ाम क्या लिखेंगे? ओ, लिखेंगे कि चिट्ठी मिलते ही चले आओ बाग़ों में फूलों के खिलते ही चले आओ चमकेंगे तारे दिल में हमारे और बन के वो महताब आएगा हम दोनों मिल के काग़ज़ पे दिल के चिट्ठी लिखेंगे, जवाब आएगा वादा था तुम्हारा दोगे तुम इक निशानी दूँगा अभी तो है बाक़ी सारी ज़िंदगानी जब हम ना होंगे, तब शायद ये बात हो हो सकता है आज ही वो प्यार-भरी रात हो है वो सफ़र में, इस सूने घर में बन के मेहमान वो जनाब आएगा हम दोनों मिल के काग़ज़ पे दिल के चिट्ठी लिखेंगे, जवाब आएगा
Writer(s): Anand Bakshi, Nagrath Rajesh Roshan Lyrics powered by www.musixmatch.com
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