Lyrics

मुझे मिल गया बहाना तेरी दीद का मुझे मिल गया बहाना तेरी दीद का कैसी खुशी ले के आया चाँद ईद का मुझे मिल गया बहाना तेरी दीद का मुझे मिल गया बहाना तेरी दीद का ज़ुल्फ़ मचल के खुल-खुल जाए हो, ज़ुल्फ़ मचल के खुल-खुल जाए चाल में मस्ती घुल-घुल जाए, घुल-घुल जाए ऐसी खुशी आज मिली, आज मिली ऐसी खुशी आँखों में नाम नहीं नींद का मुझे मिल गया बहाना तेरी दीद का कैसी खुशी ले के आया चाँद ईद का मुझे मिल गया बहाना तेरी दीद का जागती आँखें बुनती हैं सपने तुझको बिठा के पहलूँ में अपने पहलूँ में अपने दिल की लगी ऐसी बढ़ी, ऐसी बढ़ी दिल की लगी आँखों में नाम नहीं नींद का मुझे मिल गया बहाना तेरी दीद का कैसी खुशी ले के आया चाँद ईद का मुझे मिल गया बहाना तेरी दीद का आते ही तेरे चटकी हैं कलियाँ आते ही तेरे चटकी हैं कलियाँ दिल बन-बन के धड़की हैं गलियाँ, धड़की हैं गलियाँ ऐसी सजी रात मेरी, रात मेरी ऐसी सजी आँखों में नाम नहीं नींद का मुझे मिल गया बहाना तेरी दीद का मुझे मिल गया बहाना तेरी दीद का कैसी खुशी ले के आया चाँद ईद का मुझे मिल गया बहाना तेरी दीद का मुझे मिल गया बहाना तेरी दीद का
Writer(s): Roshan, Ludiavani Sahir Lyrics powered by www.musixmatch.com
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