Lyrics

तुम थे जहाँ, मैं तेरे पास वहीं दर्द मेरे में तेरा साथ नहीं भीगे वो सपने ही आए नज़र है ये तेरा नशा, आफ़रीं-आफ़रीं आँखें ये मेरी ढूँढें तेरा पता लापता हो गए हैं क्यूँ फिर एक दफ़ा? कुछ यादों में रखते थे हम को सदा क्यूँ बताया ना हम से हुई क्या ख़ता? आँखें ये मेरी ढूँढें तेरा पता लापता हो गए हैं क्यूँ फिर एक दफ़ा? कुछ यादों में रखते थे हम को सदा क्यूँ बताया ना हम से हुई क्या ख़ता? पल भर में तेरी इबादत हुई जीने की मुझ को आदत हुई इश्क़ मेरा होना चाहे रिहा तू भी कर ये ख़ता कभी-न-कभी आँखें ये मेरी ढूँढें तेरा पता लापता हो गए हैं क्यूँ फिर एक दफ़ा? कुछ यादों में रखते थे हम को सदा क्यूँ बताया ना हम से हुई क्या ख़ता? आई नज़र तेरी आवारगी है बे-असर मेरी दीवानगी चैन मेरा ढूँढे तेरा पता तुझ से ये कहूँ या कहूँ मैं नहीं? आँखें ये मेरी ढूँढें तेरा पता लापता हो गए हैं क्यूँ फिर एक दफ़ा? कुछ यादों में रखते थे हम को सदा क्यूँ बताया ना हम से हुई क्या ख़ता? आँखें ये मेरी ढूँढें तेरा पता लापता हो गए हैं क्यूँ फिर एक दफ़ा? कुछ यादों में रखते थे हम को सदा क्यूँ बताया ना हम से हुई क्या ख़ता?
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