Lyrics

सोना-चाँदी क्या करेंगे प्यार में? सोना-चाँदी क्या करेंगे प्यार में? सोने जैसे गुण हैं मेरे यार में सोना-चाँदी क्या करेंगे प्यार में? सोने जैसे गुण हैं मेरे यार में क्यूँ हम उलझें दुनिया से बेकार में? क्यूँ हम उलझें दुनिया से बेकार में? क्यूँ हम उलझें दुनिया से बेकार में? सोने जैसे गुण हैं मेरे यार में सोना-चाँदी क्या करेंगे प्यार में? सोने जैसे गुण हैं मेरे यार में (ਮਾਹੀ ਵੇ, ਰਾਂਝਾ, ਸੋਹਣਿਆ ਵੇ, ਚੰਨ ਮਾਹੀ ਵੇ) लगता है फ़ुर्सत में रब ने तुझे बनाया कितना सोचा होगा, फिर ये रूप सजाया ओ, लगता है फ़ुर्सत में रब ने तुझे बनाया कितना सोचा होगा, फिर ये रूप सजाया रब कैसा है? मैंने उसको कब देखा है पर तेरी आँखों में मैंने रब देखा है ओ-ओ, ओ-ओ बड़ी चमक है तेरे इस दीदार में बड़ी चमक है तेरे इस दीदार में सोने जैसे गुण हैं मेरे यार में सोना-चाँदी क्या करेंगे प्यार में? सोने जैसे गुण हैं मेरे यार में जनम-जनम के बंधन तुझसे बाँध लिए हैं फ़ैसले क़िस्मत के मैंने मान लिए हैं हो, जनम-जनम के बंधन तुझसे बाँध लिए हैं फ़ैसले क़िस्मत के मैंने मान लिए हैं कहाँ किसी की होगी, जो तक़दीर है मेरी राँझे की उस हीर से सुंदर हीर है मेरी ओए-ओए, ओए-ओए राँझा बोल रहा है मेरे यार में राँझा बोल रहा है मेरे यार में सोने जैसे गुण हैं मेरे यार में हाँ, सोने जैसे गुण हैं मेरे यार में
Writer(s): Riaz Hussain Lyrics powered by www.musixmatch.com
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