Lyrics

तेरे हैं हम, तुमको गुमाँ या नहीं? मुझमें जुड़ा है तू कहीं ना कहीं जब से मिली तुमसे नज़र शाम-ओ-सुबह हूँ बेख़बर हर साँस में तेरी बसर अब दर्द में रही ना कसर जिया है बेक़रार, आँखें नम तुम्हारा इंतज़ार ना हो कम जिया है बेक़रार, आँखें नम तुम्हारा इंतज़ार ना हो कम जिस्म से रूह तक आ के तुम बस गए ज़िंदगी-भर के ग़म अब ख़ुशी बन गए बढ़ रहा है जुनूँ इश्क़ की राह में मिल रहा है सुकूँ इश्क़ की छाँव में जब से मिली तुमसे नज़र शाम-ओ-सुबह हूँ बेख़बर हर साँस में तेरी बसर अब दर्द में रही ना कसर जिया है बेक़रार, आँखें नम तुम्हारा इंतज़ार ना हो कम जिया है बेक़रार, आँखें नम तुम्हारा इंतज़ार ना हो कम बढ़ रहा है सुरूर इश्क़ की चाह में दर्द अब है ज़रूर इश्क़ की प्यास में मिल रहा है नूर इश्क़ की बात में दिल नहीं अब है दूर इश्क़ की बात में जब से मिली तुमसे नज़र शाम-ओ-सुबह हूँ बेख़बर हर साँस में तेरी बसर अब दर्द में रही ना कसर जिया है बेक़रार, आँखें नम तुम्हारा इंतज़ार ना हो कम जिया है बेक़रार, आँखें नम तुम्हारा इंतज़ार ना हो कम जिया है बेक़रार, आँखें नम तुम्हारा इंतज़ार ना हो कम जिया है बेक़रार, आँखें नम तुम्हारा इंतज़ार ना हो कम
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