Lyrics

सुबह ये ख़ूब झगड़ते, साथ फ़िर खाना खाएँ डाँट जो एक को पड़ती, देख दूजा मुस्काए सुबह ये ख़ूब झगड़ते, साथ फ़िर खाना खाएँ डाँट जो एक को पड़ती, देख दूजा मुस्काए भाई, ताक़त है तू मेरी जानूँ आदत सारी तेरी तुझसे रोशन है मेरा जहाँ ओ, भैया, तेरे बिन ख़ुशियाँ कहाँ मेरे भैया, तेरे बिन ख़ुशियाँ कहाँ ओ, भैया, ओ, मेरे भैया ओ, भैया, मेरे भैया था बचपन कितना सुहाना, जो उधम मिल के मचाते रौनक ख़ूब चमकती, जो ख़ुशियाँ साथ मनाते था बचपन कितना सुहाना, जो उधम मिल के मचाते रौनक ख़ूब चमकती, जो ख़ुशियाँ साथ मनाते अब तो वक़्त ने दूरी बढ़ा दी ये राखी भी डाक से आती हाँ, पहले जैसे अब त्योहार कहाँ ओ, भैया, तेरे बिन ख़ुशियाँ कहाँ मेरे भैया, तेरे बिन ख़ुशियाँ कहाँ ना-ना-ना, ना-ना, ना-ना-ना भैया
Writer(s): Gold Boy, Swasti Mehul Lyrics powered by www.musixmatch.com
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