Lyrics

हाय री हाँ हाय री, दुनिया ये सुन हाय री, दुनिया जालिम है, यो का-का करती जाए हाय री, दुनिया (हाय री दुनिया) अरे, हाय री, दुनिया जालिम है, यो का-का करती जाए हाय री, दुनिया (री दुनिया) इतना सँभाला दिल को फिर भी ना आया बस में (ay) जा फँस बैठा चंगुल में, हाय री दुनिया (हाय री दुनिया) एक पल को मारे ताने (ताने), दूजे पल डाले दाने (क्यूँ भई?) इस लालच के जंगल में, हाय री दुनिया अरे, हाय री, दुनिया गिरगिट सी, यो का-का रंग दिखाए हाय री, दुनिया (री दुनिया) ये दुनिया बड़ी बहनचो- है कौन साँप बनके खड़ा, कौन तेरा दोस्त है ये तेरे हिस्से का खाए, बिना अफ़सोस किए एक तू ही तेरी सगा, बाक़ी नक़ाब-पोश हैं (ay) यहाँ चेहरे पे पीछ और कई चेहेर यहाँ कौन चले चाल, कौन चले साथ तेरे यहाँ इसकी मेहनत से जली ये आग को कौन सेंके भगवान बने ख़ुद, अब ये नाक भी ना टेंके जीवन देता सबको मौक़ा सही-ग़लत का अपनी ख़ुद की मदद का, जीवन है एक सबक, हाँ मोह-माया देख भटक ना, वासना पे झपट ना हो जा थोड़ा ख़बरदार आख़िरत में होगी तुझसे पूछताछ आईना दिखाएगा, तू कितना साफ़, कितने पाप जन्नत क्या जहन्नुम, कितने हक़दार, किसके आप तोल के मिलेगा, जब हिसाब लेगा सब का बाप (ईश्वर) एक पल ये रास रचाए, दूजे पल नास मचाए कितनी दफ़ा मुझे तड़पाए, रे दुनिया हाय री, दुनिया जालिम है, मोरे सितम कलेजे ढाए हाय री, दुनिया (री दुनिया) अरे, हाय री, दुनिया दिल के टुकड़े नोच-नोच के खाए हाय री, दुनिया (री दुनिया) हाय, दुनिया हाय री, दुनिया
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