Lyrics

दिन हो या रात, हम रहें तेरे साथ, ये हमारी मर्ज़ी दिन हो या रात, हम रहें तेरे साथ, ये हमारी मर्ज़ी तुम्हारी मर्ज़ी जी हमारी मर्ज़ी तुम्हारी तो हमारी भी यही है मर्ज़ी दिन हो या रात, हम रहें तेरे साथ, ये हमारी मर्ज़ी तू डोर मैं पतंस, उड़ूँ तेरे संग-संग तू हैं फूल तो मैं रंग, रहूँ तेरे संग-संग रंग डालो इस रंग से हमारा अंग-अंग रंग डालो इस रंग से हमारा अंग-अंग ये तुम्हारी मर्ज़ी जी हमारी मर्ज़ी तुम्हारी तो हमारी भी यही है मर्ज़ी दिन हो या रात, हम रहें तेरे साथ, ये हमारी मर्ज़ी लेके आऊँ मैं बरात, थामूँ मेहंदी वाले हाथ मैं तो मुख से ना बोलूँ, चली चलूँ तेरे साथ नित-नित चंदा की चकोरी से मुलाकात नित-नित चंदा की चकोरी से मुलाकात ये तुम्हारी मर्ज़ी जी हमारी मर्ज़ी तुम्हारी तो हमारी भी यही है मर्ज़ी दिन हो या रात, हम रहें तेरे साथ, ये हमारी मर्ज़ी एक बंगला हो प्यारा, सारी दुनिया से न्यारा जिसकी चाँदी की दीवारें ओर सोने का द्वारा जिसके अँगना में आके भूल जाऊँ जग सारा जिसके अँगना में आके भूल जाऊँ जग सारा ये तुम्हारी मर्ज़ी जी हमारी मर्ज़ी तुम्हारी तो हमारी भी यही है मर्ज़ी दिन हो या रात, हम रहें तेरे साथ, ये हमारी मर्ज़ी दिन हो या रात, हम रहें तेरे साथ, ये हमारी मर्ज़ी
Writer(s): Prem Dhawan, Hansraj Behl Lyrics powered by www.musixmatch.com
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