Music Video

Featured In

Credits

PERFORMING ARTISTS
citimall
citimall
Performer
COMPOSITION & LYRICS
citimall
citimall
Composer

Lyrics

नादानियाॅं, उलझे ख़याल क्या मैं सच में ऐसा हूँ? मुझे बता? (मुझे बता) नादानियाॅं पूछें सवाल (नादानियाॅं, पूछें सवाल) क्या मैं सच में ऐसा हूँ? मुझे बता? (हाॅं) खो गया हूँ कहाॅं मैं, मेरा जी लापता चूक गए सब निशाने, पता नहीं क्या हुआ आसमान छूने की कोशिश में बचपना छूटा मैं कौन था (मैं कौन था?) अब क्या हो गया (अब क्या हो गया) और क्या होना है अभी (होना है अभी) कोई मुझे बता (हाॅं) नादानियाॅं, उलझे ख़याल (नादानियाँ) क्या मैं सच में ऐसा हूँ? मुझे बता? नादानियाॅं पूछें सवाल (नादानियाॅं) क्या मैं सच में ऐसा हूँ? मुझे बता? (आ-हा) क्या मैं सच में ऐसा हूँ? (सच में ऐसा हूँ) क्यूॅं मैं रहूँ सबसे ऐसे दूर? क्या कोई वजह है या कोई सज़ा? रहना चाहूँ बस यूॅं मैं कौन था? (मैं कौन था) अब क्या हो गया (अब क्या हो गया) और क्या होंगे अभी (होंगे अभी) कोई मुझे बता (हाॅं) नादानियाॅं, उलझे ख़याल (नादानियाँ, उलझे ख़याल) क्या मैं सच में ऐसा हूँ, मुझे बता? (मुझे बता) नादानियाॅं पूछें सवाल क्या मैं सच में ऐसा हूँ? मुझे बता? हाॅं मुझे ना मिला कहीं से कोई जवाब क्या थी मेरी ग़लती, ये ज़िंदगी फिसलती जाने क्यूॅं ऐसा होता ही जाए, जो हम सोचें कर ना पाएँ मैं ना कभी समझ ये पाया (मैं ना कभी समझ ये पाया) (मैं ना कभी समझ ये पाया) (मैं ना कभी समझ ये पाया) (पा-)
Writer(s): Citimall Lyrics powered by www.musixmatch.com
instagramSharePathic_arrow_out