Listen to Dekh Ke Teri Maya, From ''Ram Darshan'' by Mukesh

Dekh Ke Teri Maya, From ''Ram Darshan''

Mukesh

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Lyrics

देख के तेरी माया प्रभु मेरा मन ललचाया देख के तेरी माया प्रभु मेरा मन ललचाया कोई राव, कोई रंक, भिखारी कहीं धूप, कहीं छाया कोई राव, कोई रंक, भिखारी कहीं धूप, कहीं छाया रंग-रंगीली कश्ती तेरी मानव फिरे भुलाया प्रभु मेरा मन ललचाया देख के तेरी माया प्रभु मेरा मन ललचाया सत्य मार्ग को भूल गया मैं देख के कंचन काया सत्य मार्ग को भूल गया मैं देख के कंचन काया नैन खुले तब लगा सोचने क्या खोया, क्या पाया प्रभु मेरा मन ललचाया देख के तेरी माया प्रभु मेरा मन ललचाया अपने रूप की छवि दिखला दो अभिलाषा है, दर्श करा दो अपने रूप की छवि दिखला दो अभिलाषा है, दर्श करा दो ज्ञान की जोत जला दो मन में ज्ञान की जोत जला दो मन में, शरण तुम्हारी आया प्रभु मेरा मन ललचाया देख के तेरी माया प्रभु मेरा मन ललचाया
Writer(s): Bal Mukund, Radharaman Dutta, Ram Ganguly, Ramesh Gup, Shankar Rao Vyas Lyrics powered by www.musixmatch.com
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