Listen to Sukhakarta Dukhaharta - Ganesh Aarti by Kedar Pandit

Sukhakarta Dukhaharta - Ganesh Aarti

Kedar Pandit

Devotional & Spiritual

Lyrics

सुखकर्ता, दुखहर्ता, वार्ता विघ्नाची नूर्वी, पूर्वी प्रेम कृपा जयाची सर्वांगी सुंदर उटी शेंदुराची कंठी झळके माळ मुक्ताफळांची जय देव, जय देव, जय मंगलमूर्ती दर्शनमात्रे मन कामनापूर्ति जय देव, जय देव रत्नखचित फरा तुझ गौरीकुमरा चंदनाची उटी कुमकुम केशरा हीरे जडित मुकुट शोभतो बरा रुणझुणती नूपुरे चरणी घागरिया जय देव, जय देव जय देव, जय देव, जय मंगलमूर्ती दर्शनमात्रे मन कामनापूर्ति जय देव, जय देव लंबोदर, पितांबर फनिवर वंदना सरळ सोंड वक्रतुंड त्रिनयना दास रामाचा वाट पाहे सदना संकटी पावावे, निर्वाणी रक्षावे सुरवर वंदना जय देव, जय देव जय देव, जय देव, जय मंगलमूर्ती दर्शनमात्रे मन कामनापूर्ति जय देव, जय देव
Writer(s): Kedar Pandit Lyrics powered by www.musixmatch.com
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