Lyrics
क्या कहा? तुझे मैं भूल जाऊँ?
ना तुझे याद करूँ? ना तुझे याद आऊँ?
शीशी भरी गुलाब की पत्थर पे तोड़ दूँ
शीशी भरी गुलाब की पत्थर पे तोड़ दूँ
तेरी गली ना छोड़ूँ...
तेरी गली ना छोड़ूँ, दुनिया मैं छोड़ दूँ
तेरी गली ना छोड़ूँ, दुनिया मैं छोड़ दूँ
साँसों की डोर से, पिया, माला का काम लूँ
साँसों की डोर से, पिया, माला का काम लूँ
करके बहाना राम का...
करके बहाना राम का तेरा मैं नाम लूँ
करके बहाना राम का तेरा मैं नाम लूँ
शीशी भरी गुलाब की पत्थर पे तोड़ दूँ
प्रेम है, ये कोई खेल नहीं
ये कोई दो दिनों का, सैयाँ, मेल नहीं
प्रेम है, ये कोई खेल नहीं
ये कोई दो दिनों का, सैयाँ, मेल नहीं
जा, काँटा चुभा हो पाँव में, दूँ मैं निकाल वो
काँटा चुभा हो पाँव में, दूँ मैं निकाल वो
कैसे निकालूँ दिल से मैं तेरे ख़याल को?
कैसे निकालूँ दिल से मैं तेरे ख़याल को?
भुला तू करके वादे पीपल की छाँव में
भुला तू करके वादे पीपल की छाँव में
तुझ सा नहीं है कोई...
तुझ सा नहीं है कोई हरजाई गाँव में
तुझ सा नहीं है कोई हरजाई गाँव में
शीशी भरी गुलाब की पत्थर पे तोड़ दूँ
छोड़ दे मेरा हाथ, ਚੰਨਾ
ना मजाक करी मेरे साथ, ਚੰਨਾ
छोड़ दे मेरा हाथ, ਚੰਨਾ
ना मजाक करी मेरे साथ, ਚੰਨਾ
मैं कलियाँ भरी बहार की बाग़ों से नोंच लूँ
कलियाँ भरी बहार की बाग़ों से नोंच लूँ
फिर "हाँ" करूँगी, बालमा, पहले मैं सोच लूँ
फिर "हाँ" करूँगी, बालमा, पहले मैं सोच लूँ
देखा, हँसा दिया तुझे, हो, तांगे वाले यार
रूठा हुआ था माहिया, मैंने मना लिया
शीशी भरी गुलाब की पत्थर पे तोड़ दूँ
...पत्थर पे तोड़ दूँ
...पत्थर पे तोड़ दूँ
Writer(s): Anand Bakshi, Pyarelal Sharma, Laxmikant Kudalkar
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