Lyrics

दर्द देकर इसे क्यों दर्द का एहसास दिया है, भगवन? तू है पत्थर का तो इस दिल को भी पत्थर का बनाया होता तुझको मैं, ऐ दिल-ए-बर्बाद, कहाँ ले जाऊँ? तुझको मैं, ऐ दिल-ए-बर्बाद, कहाँ ले जाऊँ? उनका ग़म साथ ना छोड़ेगा, जहाँ ले जाऊँ तुझको मैं, ऐ दिल-ए-बर्बाद, कहाँ ले जाऊँ? उनका ग़म साथ ना छोड़ेगा, जहाँ ले जाऊँ तुझको मैं, ऐ दिल-ए-बर्बाद... आसमाँ कोई नहीं टूटे सितारों के लिए आसमाँ कोई नहीं टूटे सितारों के लिए कोई महफ़िल ही नहीं दर्द के मारों के लिए किसकी महफ़िल में तुझे, ऐ मेरी जाँ, ले जाऊँ? तुझको मैं, ऐ दिल-ए-बर्बाद, कहाँ ले जाऊँ? उनका ग़म साथ ना छोड़ेगा, जहाँ ले जाऊँ तुझको मैं, ऐ दिल-ए-बर्बाद... ऐ दिल-ए-बर्बाद, ऐ दिल-ए-बर्बाद
Writer(s): Laxmikant-pyarelal, S.h. Bihari Lyrics powered by www.musixmatch.com
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