Lyrics

कभी मेरी हसरतों को जगाती थी ये बारिश कभी मेरी आदतों को दोहराती थी ये बारिश रातों में हसीं ख़्वाबों सी आती थी ये बारिश आज मुझसे ही मुझको डराती है ये बारिश ये दर्द बड़ा बेदर्दी इस दर्द ने तोड़ा दिल को ये दर्द बड़ा बेदर्दी इस दर्द ने तोड़ा दिल को ये दर्द बड़ा बेदर्दी इस दर्द ने तोड़ा दिल को फिर से वो पल मुझे याद आया मैं भूल रही जिस पल को मैं भूल रही जिस पल को ये दर्द बड़ा बेदर्दी इस दर्द ने तोड़ा दिल को कभी मेरे तन को गुदगुदाती थी ये बारिश कभी मेरे मन को लुभाती थी रे बारिश कभी प्यार दिल में जगाती थी ये बारिश आज मुझसे ही मुझको डराती है ये बारिश सहमी-सहमी हर धड़कन है, सहमी-सहमी साँसें सहमी-सहमी हर धड़कन है, सहमी-सहमी साँसें अब तो ख़ुद से करने लगी हूँ बहकी-बहकी बातें साहिल पे रहके भी मैं ढूँढ रही साहिल को कभी बचपनों में ले जाती थी ये बारिश काग़ज़ की कश्ती बहाती थी ये बारिश माँ की डाँट सुनाती थी ये बारिश आज मुझसे ही मुझको डराती है ये बारिश जलती-बुझती उम्मीदें हैं, उलझे-उलझे अरमाँ हाँ, जलती-बुझती उम्मीदें हैं, उलझे-उलझे अरमाँ मंज़िल तक मुझे ले आया है वक़्त का कोई तूफ़ाँ मंज़िल पे रहके भी मैं ढूँढ रही मंज़िल को ये दर्द बड़ा बेदर्दी इस दर्द ने तोड़ा दिल को ये दर्द बड़ा बेदर्दी इस दर्द ने तोड़ा दिल को फिर से वो पल मुझे याद आया मैं भूल रही जिस पल को मैं भूल रही जिस पल को मैं भूल रही जिस पल को
Writer(s): Ajay, Satish Lyrics powered by www.musixmatch.com
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