Lyrics

अपने आशिक़ को पहचानो फूल बानो अपने आशिक़ को पहचानो फूल बानो गले से लग जाओ मेरे, गले से लग जाओ मेरे अजी, मेरा कहा मानो, मानो, मानो, मानो अपने आशिक़ को पहचानो फूल बानो अपने आशिक़ को पहचानो फूल बानो शहरी बाबू हूँ मैं, गोरी गाँव की तू शहरी बाबू हूँ मैं, गोरी गाँव की तू तुझ पे दिल आ गया है तो मैं क्या करूँ? कलियों जैसा बदन तेरा, ओ, जान-ए-मन कहीं मुरझाए ना हाथ रखते डरूँ कहाँ रूठ के चली, ओ, कँवारी कली? मेरी बातों को तुम ना फ़िज़ूल जानो अपने आशिक़ को पहचानो फूल बानो ओए-ओए-ओए, आशिक़ को पहचानो फूल बानो गले से लग जाओ मेरे, गले से लग जाओ मेरे अजी, मेरा कहा मानो, मानो, मानो, मानो अपने आशिक़ को पहचानो फूल बानो अपने आशिक़ को पहचानो फूल बानो रूठ कर मेरी जाँ जाएगी तू कहाँ? रूठ कर मेरी जाँ जाएगी तू कहाँ? तेरा पीछा ना छोड़ूँगा तेरी क़सम जीना तेरे लिए, मरना तेरे लिए जाँ लूटा दूँगा मैं तुझ पे मेरे सनम प्यार करते हैं जो नहीं डरते हैं वो आशिक़ों का यही है उसूल मानो अपने आशिक़ को पहचानो फूल बानो ओए-ओए-ओए, आशिक़ को पहचानो फूल बानो गले से लग जाओ मेरे, गले से लग जाओ मेरे अजी, मेरा कहा मानो, मानो, मानो, मानो अपने आशिक़ को पहचानो फूल बानो अपने आशिक़ को पहचानो फूल बानो
Writer(s): Aziz Khan Shahani Lyrics powered by www.musixmatch.com
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