Lyrics

सजन संग काहे नेहा लगाए, नेहा लगाए कि हम पछताए और जहाँ मुस्कुराए, जहाँ मुस्कुराए सजन संग काहे नेहा लगाए निसदिन सताए सैयाँ, मुझको जलाए सैयाँ बैरी सौतनिया को गरवा लगाए सैयाँ ओ, जी, हो-हो-हो-हो-हो, दुखड़ा ना जाने दुखड़ा ना जाने, ना जाने रसिया, छलिया, हो सजन संग काहे नेहा लगाए, नेहा लगाए कि हम पछताए और जहाँ मुस्कुराए, जहाँ मुस्कुराए सजन संग काहे नेहा लगाए नटखट रंगीला ऐसा, लागे कन्हैया जैसा बतियों से अपना कर ले, मन को रिझाए ऐसा ओ, जी, हो-हो-हो-हो-हो, कितना मनाया कितना मनाया, ना माने बतिया-बतिया, हो सजन संग काहे नेहा लगाए, नेहा लगाए कि हम पछताए और जहाँ मुस्कुराए, जहाँ मुस्कुराए सजन संग काहे नेहा लगाए
Writer(s): Jaikshan Shankar, Jaipuri Hasrat Lyrics powered by www.musixmatch.com
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