Lyrics

जाके हम अब तो हर एक दर पे सदा करते हैं जिनकी तक़दीर बिगड़ जाती है, क्या करते हैं ना तो दर्द गया, ना दवा ही मिली मैंने ढूँढ के देखा ज़माना ना तो दर्द गया, ना दवा ही मिली मैंने ढूँढ के देखा ज़माना पहुँचे जहाँ भी हम तो लौट आए हार के ऐ दिल पुकार, देखा एक-एक द्वार पे पहुँचे जहाँ भी हम तो लौट आए हार के ऐ दिल पुकार, देखा एक-एक द्वार पे सबसे कहा पिया दर्द मगर ना तो दर्द गया, ना दवा ही मिली मैंने ढूँढ के देखा ज़माना मंदिर-मस्ज़िद मे जाके की है फ़रियाद भी मिलता जवाब तो क्या आयी ना आवाज़ भी मंदिर-मस्ज़िद मे जाके की है फ़रियाद भी मिलता जवाब तो क्या आयी ना आवाज़ भी माँगी दुआ मैंने लाख मगर ना तो दर्द गया, ना दवा ही मिली मैंने ढूँढ के देखा ज़माना ऐसा ये ग़म भी नही कोई पहचान ले ऐसा वो कौन है जो दुख मेरा जान ले? ऐसा ये ग़म भी नही कोई पहचान ले ऐसा वो कौन है जो दुख मेरा जान ले? छानी गली, छाना सारा नगर ना तो दर्द गया, ना दवा ही मिली मैंने ढूँढ के देखा ज़माना, हाए ना तो दर्द गया, ना दवा ही मिली मैंने ढूँढ के देखा ज़माना
Writer(s): Chitragupta, Majrooh Sultanpuri Lyrics powered by www.musixmatch.com
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