Lyrics
मैं रहूँ या ना रहूँ
तुम मुझ में कहीं बाक़ी रहना
मुझे नींद आए जो आख़िरी
तुम ख़्वाबों में आते रहना
बस इतना है तुम से कहना
बस इतना है तुम से कहना
बस इतना है तुम से कहना
बस इतना है तुम से कहना
मैं रहूँ या ना रहूँ
तुम मुझ में कहीं बाक़ी रहना
किसी रोज़ बारिश जो आए
समझ लेना बूँदों में मैं हूँ
सुबह धूप तुम को सताए
समझ लेना किरणों में मैं हूँ
किसी रोज़ बारिश जो आए
समझ लेना बूँदों में मैं हूँ
सुबह धूप तुम को सताए
समझ लेना किरणों में मैं हूँ
कुछ कहूँ या ना कहूँ
तुम मुझ को सदा सुनते रहना
बस इतना है तुम से कहना
बस इतना है तुम से कहना
बस इतना है तुम से कहना
बस इतना है तुम से कहना
हवाओं में लिपटा हुआ मैं
गुज़र जाऊँगा तुम को छू के
अगर मन हो तो रोक लेना
ठहर जाऊँगा इन लबों पे
हवाओं में लिपटा हुआ मैं
गुज़र जाऊँगा तुम को छू के
अगर मन हो तो रोक लेना
ठहर जाऊँगा इन लबों पे
मैं दिखूँ या ना दिखूँ
तुम मुझ को महसूस करना
बस इतना है तुम से कहना
बस इतना है तुम से कहना
बस इतना है तुम से कहना
बस इतना है तुम से कहना
मैं रहूँ या ना रहूँ
तुम मुझ में कहीं बाक़ी रहना
Writer(s): Amal Israr Mallik
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