Lyrics

झिर-झिर बरसे सावनी अखियाँ साँवरिया, घर आ, साँवरिया, घर आ तेरे संग सब रंग बसंती, तुझ बिन सब सूखा साँवरिया, घर आ रेशमी बूँदियाँ तन पे मारे रेशमी बूँदियाँ तन पे मारे छेड़ करे भीगी बौछारें छेड़ करे भीगी बौछारें मानत ना, मानत ना जियरा साँवरिया, घर आ, साँवरिया, घर आ झिर-झिर बरसे सावनी अखियाँ साँवरिया, घर आ, साँवरिया, घर आ बावरी बिरहन... बावरी बिरहन टल ना पाए बावरी बिरहन टल ना पाए पल बीते जैसे जुग जाए पल बीते जैसे जुग जाए कैसे कटे बिरहा? कैसे कटे बिरहा? साँवरिया, घर आ, साँवरिया, घर आ झिर-झिर बरसे सावनी अखियाँ साँवरिया, घर आ, साँवरिया, घर आ
Writer(s): Gulzar, Vasant Shantaram Desai Lyrics powered by www.musixmatch.com
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