Lyrics

ना जाने क्यूँ... ना जाने क्यूँ हमारे दिल को तुमने दिल नहीं समझा ना जाने क्यूँ... ये शीशा तोड़ डाला... ये शीशा तोड़ डाला प्यार के क़ाबिल नहीं समझा ना जाने क्यू... हमारा प्यार देखो और हमारा हौसला देखो हमारा प्यार देखो और हमारा हौसला देखो मोहब्बत का जुनूँ हम को कहाँ तक ले चला देखो तुम ही ने जान ले ली... तुम ही ने जान ले ली और तुम्हे क़ाातिल नहीं समझा ना जाने क्यूँ... ना जाने क्यूँ हमारे दिल को तुमने दिल नहीं समझा ना जाने क्यूँ... तड़प दी भी तो ऐसी दी के मुश्किल हो गया जीना चलाए तीर वो तुमने के छलनी हो गया सीना और उस पर ये सितम है... और उस पर ये सितम है के हमें घायल नहीं समझा ना जाने क्यूँ... ना जाने क्यूँ हमारे दिल को तुमने दिल नहीं समझा ना जाने क्यूँ... मोहब्बत का ये जादू एक दिन सर चढ़ के बोलेगा मोहब्बत का ये जादू एक दिन सर चढ़ के बोलेगा हर एक आँधी, हर एक तूफ़ान को दामन में ले लेगा मोहब्बत ने किसी भी... मोहब्बत ने किसी भी काम को मुश्किल नहीं समझा ना जाने क्यूँ... ना जाने क्यूँ हमारे दिल को तुमने दिल नहीं समझा ना जाने क्यूँ... ये शीशा तोड़ डाला... ये शीशा तोड़ डाला प्यार के क़ाबिल नहीं समझा ना जाने क्यू...
Writer(s): Onkar Prasad Nayyar, S H Bihari Lyrics powered by www.musixmatch.com
instagramSharePathic_arrow_out