Lyrics
नज़र वो जो दुश्मन पे भी मेहरबाँ हो
नज़र वो जो दुश्मन पे भी मेहरबाँ हो
ज़ुबाँ वो जो इक प्यार की दास्ताँ हो
किसी ने कहा है, मेरे दोस्तों
किसी ने कहा है, मेरे दोस्तों
"बुरा मत सुनो, बुरा मत देखो, बुरा मत कहो"
किसी ने कहा है, मेरे दोस्तों
"बुरा मत सुनो, बुरा मत देखो, बुरा मत कहो"
बुरी है बुराई, मेरे दोस्तों
बुरा मत सुनो, बुरा मत देखो, बुरा मत कहो
बुरा मत सुनो, बुरा मत देखो, बुरा मत कहो
ज़माने में सब ज़िंदगी यूँ गुज़ारें
ज़माने में सब ज़िंदगी यूँ गुज़ारें
गुलिस्ताँ में रहती हैं जैसे बहारें
ये कहानी यही है, ज़िंदगानी यही है
ये कहानी यही है, ज़िंदगानी यही है
जियो आप, औरों को भी जीने दो
बुरा मत सुनो, बुरा मत देखो, बुरा मत कहो
बुरा मत सुनो, बुरा मत देखो, बुरा मत कहो
हसीं हैं बहुत ज़ुल्फ़ के भी फ़साने
हसीं हैं बहुत ज़ुल्फ़ के भी फ़साने
मोहब्बत की बातें, वफ़ा के तराने
ये तराने सुनाओ, ये फ़साने सुनाओ
ये तराने सुनाओ, ये फ़साने सुनाओ
मगर याद रखो, मेरे साथियों
"बुरा मत सुनो, बुरा मत देखो, बुरा मत कहो"
किसी ने कहा है, मेरे दोस्तों
बुरी है बुराई, मेरे दोस्तों
बुरा मत सुनो, बुरा मत देखो, बुरा मत कहो
बुरा मत सुनो, बुरा मत देखो, बुरा मत कहो
Writer(s): Anand Bakshi, Kudalkar Laxmikant, Pyarelal Ramprasad Sharma
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