Lyrics

सबह, दोपहरे, शाम, सवेरे, चाहे लगा लो १००-१०० फेरे पर मेरी गली में सैयाँ रात को ना आना आ, रात को ना आना, मुलाक़ात को ना आना रात को ना आना, मुलाक़ात को ना आना सबह, दोपहरे, शाम, सवेरे, चाहे लगा लो १००-१०० फेरे पर मेरी गली में सैयाँ रात को ना आना हाँ, रात को ना आना, मुलाक़ात को ना आना रात को ना आना, मुलाक़ात को ना आना माना कि मेरे बिना रह ना सकोगे, तुम नहीं घबराना माना कि मेरे बिना रह ना सकोगे, तुम नहीं घबराना आना जो होगा तो मैं ख़ुद चली आऊँगी तुम नहीं आना सुर्खी लगाऊँ चाहे रूप निखारूँ कजरा डालूँ चाहे माँग सँवारूँ पर मेरी... हाँ, पर मेरी गली में सैयाँ रात को ना आना हाँ, रात को ना आना, मुलाक़ात को ना आना रात को ना आना, मुलाक़ात को ना आना आ, तेरा-मेरा मेल भी अजीब है तेरा-मेरा मेल भी अजीब है तू मिला तो ये मेरा नसीब है जैसे चाँद, चाँदनी का साथ है तू भी मेरे उतना ही क़रीब है तेरा-मेरा मेल भी अजीब है दिल पे जो तू काबू ना पाए मेरे बिना पागल हो जाए पर मेरी... हाय, पर मेरी गली में सैयाँ रात को ना आना हाय, रात को ना आना, मुलाक़ात को ना आना रात को ना आना, मुलाक़ात को ना आना इसने भी देखा ओर उसने भी देखा हम-दोनों का मिलना इसने भी देखा ओर उसने भी देखा हम-दोनों का मिलना गली-गली के हर मोड़ पे सुन लो, अजी, लोगों का जलना चाहे मैं तुझको लाख बुलाऊँ सर टकराऊँ, शोर मचाऊँ पर मेरी... हाय, पर मेरी गली में सैयाँ रात को ना आना हाय, रात को ना आना, मुलाक़ात को ना आना रात को ना आना, मुलाक़ात को ना आना आ, रात को अगर तू मुझसे दूर है रात को अगर तू मुझसे दूर है इसमें कोई बात तो ज़रूर है रात भर जुदाई का ना ग़म करो दिन तो सारा आपका हुज़ूर है रात को अगर तू मुझसे दूर हैु रात का अपना बदला इरादा दिन का मुझसे ले लो वादा और मेरी... हाय, और मेरी गली में सैयाँ रात को ना आना हाय, रात को ना आना, मुलाक़ात को ना आना रात को ना आना, मुलाक़ात को ना आना सबह, दोपहरे, शाम, सवेरे, चाहे लगा लो १००-१०० फेरे पर मेरी गली में सैयाँ रात को ना आना हाय, रात को ना आना, मुलाक़ात को ना आना रात को ना आना, मुलाक़ात को ना आना
Writer(s): Madan Mohan, Varma Malik Lyrics powered by www.musixmatch.com
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