'गर तुम ना करोगे तो करम कौन करेगा?
अगर तुम ना करोगे तो करम कौन करेगा?
'गर तुम ना सुनोगे तो मेरी कौन सुनेगा?
मुझको दिला दे मौला मेरा ये जहाँ
ज़मीं खोई है मेरी, खोया आसमाँ
मुझको दिला दे मौला मेरा ये जहाँ
ज़मीं खोई है मेरी, खोया आसमाँ
तू ही बता मेरे खुदा, मेरे खुदा राह दिखा
(तू ही बता मेरे खुदा, मेरे खुदा राह दिखा)
ज़िन्दगी ये मेरी मौला तेरी इनायत है
बंदा नवाज़ मेरा तू ही इबादत है
तेरी रहमतों का मुझपे हरदम हो साया
खुद से करा दे अब तो मेरी पहचाँ, मेरी पहचाँ
तू ही बता मेरे खुदा, मेरे खुदा राह दिखा
(तू ही बता मेरे खुदा, मेरे खुदा राह दिखा)
मेरी ये बंदगी है रब तेरे वास्ते
खोई सी मंज़िल है, भटके हैं रास्ते
दर पे तुम्हारे मौला बंदा ये आया
मुझको दिला दे मेरी ज़मीं-आसमाँ, ज़मीं-आसमाँ
तू ही बता मेरे खुदा, मेरे खुदा राह दिखा
(तू ही बता मेरे खुदा, मेरे खुदा राह दिखा)
(तू ही बता मेरे खुदा, मेरे खुदा राह दिखा)
(तू ही बता मेरे खुदा, मेरे खुदा राह दिखा)
(तू ही बता मेरे खुदा, मेरे खुदा राह दिखा)
(तू ही बता मेरे खुदा, मेरे खुदा राह दिखा)