Lyrics

इतना लंबा कश लो, यारों... इतना लंबा कश लो, यारों, दम निकल जाए ज़िंदगी सुलगाओ, यारों, ग़म निकल जाए यारों (यारों) अच्छा, एक बात बता ये चरस पहले आई या corruption? Ah, चरस पहले आई (कैसे?) सुन, चरस में नशा है, नशे में power है Power में corruption है कैसी कही? (क्या बात है! Brilliant!) इतना लंबा कश लो, यारों... इतना लंबा कश लो, यारों, दम निकल जाए ज़िंदगी सुलगाओ, यारों, ग़म निकल जाए इतना लंबा कश लो, यारों, दम निकल जाए ज़िंदगी सुलगाओ, यारों, ग़म निकल जाए यारों, यारों यारों, यारों इतना लंबा कश लो, यारों, दम निकल जाए ज़िंदगी सुलगाओ, यारों, ग़म निकल जाए यारों (यारों) दिल में कुछ जलता है शायद धुआँ-धुआँ सा लगता है आँख में कुछ चुभता है शायद सपना कोई सुलगता है दिल में कुछ जलता है शायद धुआँ-धुआँ सा लगता है आँख में कुछ चुभता है शायद सपना कोई सुलगता है दिल फूँको, और इतना फूँको... दिल फूँको, और इतना फूँको, दर्द निकल जाए ज़िंदगी सुलगाओ, यारों, ग़म निकल जाए यारों, यारों यारों, यारों तेरे साथ गुज़ारी रातें गरम-गरम सी लगती हैं हो, सब रातें रेशम की नहीं, पर नरम-नरम सी लगती हैं तेरे साथ गुज़ारी रातें गरम-गरम सी लगती हैं सब रातें रेशम की नहीं, पर नरम-नरम सी लगती हैं रात ज़रा करवट बदले तो... रात ज़रा करवट बदले तो बल निकल जाए ज़िंदगी सुलगाओ, यारों, ग़म निकल जाए यारों (यारों) यारों (यारों) इतना लंबा कश लो, यारों, दम निकल जाए ज़िंदगी सुलगाओ, यारों, ग़म निकल जाए यारों, यारों यारों, यारों
Writer(s): Gulzar, Vishal Bhardwaj Lyrics powered by www.musixmatch.com
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