Credits
PERFORMING ARTISTS
Kavita Seth
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Kavita Seth
Composer
Alok Yadav
Songwriter
Lyrics
फिर आने का वादा कर के पतझर में
फिर आने का वादा कर के पतझर में
हाथ छुड़ा कर चला गया वो पलभर में
फिर आने का वादा कर के पतझर में
सपने जिस के तुम मुझ को दिखलाते थे
सपने जिस के तुम मुझ को दिखलाते थे
आँखें अब तक ठहरी हैं उस मंज़र में
फिर आने का वादा कर के पतझर में
मन में मेरे अब तक आशा है बाक़ी
मन में मेरे अब तक आशा है बाक़ी
थोड़ी जान बची है अब तक पिंजर में
फिर आने का वादा कर के पतझर में
नैन लगे हैं अब तक मेरे राहों पर
नैन लगे हैं अब तक मेरे राहों पर
आ जाओ, आ भी जाओ अपने घर में
फिर आने का वादा कर के पतझर में
Writer(s): Alok Yadav, Kavita Seth
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