Lyrics

चाँदी के तारों से रिश्ता बुनेंगे हम क़स्में और वादे ये सारे पूरे करेंगे हम चाँदी के तारों से रिश्ता बुनेंगे हम क़स्में और वादे ये सारे पूरे करेंगे हम तेरे संग लूँ सात फेरे, भर लूँ बाँहों में मेरे कह दो ना, साथी, तुम मेरे तेरे संग लूँ सात फेरे, भर लूँ बाँहों में मेरे कह दो ना, साथी, तुम मेरे पहली दफ़ा, जब नज़रें मिलीं लगा, मन का है मेरे कुछ वहम दूसरी बार, तुमसे मिलते ही लगा खोया दिल मैंने, खोया मेरा चैन अब मेरी बस तुम ही हो एक ख़्वाहिश वीराने मैं हो बारिश, इतनी ज़रूरी हो मुझे अब मेरी बस तुम ही हो एक ख़्वाहिश ताज की हो नुमाइश, इतनी ज़रूरी हो मुझे हो, आ के मेरे पास, मुझे कर गिरफ़्तार जैसे हो उमर-क़ैद, रहना सिर्फ़ तेरे साथ समझो ना मेरी बात, लगा दिल कई बार मेरा पर तुम ही हो सब से ख़ास सिर्फ़ रहती हो तुम ख़यालों में भी दिल की मीनारों में भी तुम ही हो, साथी, बस मेरे तुम मेरे, साथी, तुम मेरे तुम मेरे, साथी, तुम मेरे तुम मेरे, साथी, तुम मेरे जब तुम पास में आ के, पलकें झुका के ऐसे शरमाती हो बिंदिया लगा के, ये झुमके सजा के क्या ही कर जाती हो मेरा मन करे, तेरी इन ज़ुल्फ़ों से खेलूँ तेरे संग बैठ के मैं आसमाँ को देखूँ इन तारों में ढूँढूँ मैं साया तेरा इन तारों में ढूँढूँ मैं साया तेरा तेरे संग लूँ सात फेरे, भर लूँ बाँहों में मेरे कह दो ना, साथी, तुम मेरे तेरे संग लूँ सात फेरे, भर लूँ बाँहों में मेरे कह दो ना, साथी, तुम मेरे मेरा दिल तेरे पास रहना चाहूँ तेरे साथ, तेरे साथ लाल सूट, लाल माँग, पीले हाथ क़ीमती लिबास में लगे बस तुम ही हो एक ख़्वाहिश ताज की हो नुमाइश, इतनी ज़रूरी हो मुझे अब मेरी बस तुम ही हो एक ख़्वाहिश ख़ुदा से करी सिफ़ारिश तुम ही हो, साथी, बस मेरे तुम मेरे, साथी, तुम मेरे तुम मेरे, साथी, तुम मेरे तुम मेरे, साथी, तुम मेरे
Writer(s): Jay Kay, Abhishek Malhan Lyrics powered by www.musixmatch.com
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