Lyrics

तुझको जो देखूँ मैं तो बस देखता रहूँ तेरी ये बातें सारी यूँ ही सुनता रहूँ तू कह दे तो ये चाँद-तारे, रख दूँगा मैं तेरे किनारे तू ना कहे तो यूँ ही तकता रहूँ छोड़ के गई तू मुझको दूर क्यूँ? ये बता दे, तू थी मजबूर क्यूँ? तेरी वो ज़ुल्फ़ों की शामें सारी याद है मुझे तेरी बाँहों में वो जो बीते मेरे सारे लम्हें तुझको जो देखूँ मैं तो बस देखता रहूँ अब इन पहाड़ों के सहारे ये रस्ते मैंने हैं गुज़ारे बातें करूँ तेरी सारी इन बहती लहरों से तेरी वो ज़ुल्फ़ों की शामें सारी याद है मुझे
Writer(s): Shivam Sharma Lyrics powered by www.musixmatch.com
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