Lyrics

बाँहों में चले आओ हो, हमसे सनम क्या परदा? हो, हमसे सनम क्या परदा? ये आज का नहीं मिलन ये संग है उमर भर का बाँहों में चले आओ हो, हमसे सनम क्या परदा? हो, हमसे सनम क्या परदा? चले ही जाना है नज़र चुरा के यूँ फिर थामी थी साजन तूने मेरी कलाई क्यूँ? चले ही जाना है नज़र चुरा के यूँ फिर थामी थी साजन तूने मेरी कलाई क्यूँ? किसी को अपना बना के छोड़ दे ऐसा कोई नहीं करता बाँहों में चले आओ हो, हमसे सनम क्या परदा? हो, हमसे सनम क्या परदा? कभी-कभी कुछ तो कहो पिया हमसे कि कम से कम आज तो खुल के मिलो ज़रा हमसे कभी-कभी कुछ तो कहो पिया हमसे किकम से कम आज तो खुल के मिलो ज़रा हमसे है रात अपनी, जो तुम हो अपने किसी का डर हमें फिर क्या? बाँहों में चले आओ हो, हमसे सनम क्या परदा? हो, हमसे सनम क्या परदा?
Writer(s): Rahul Dev Burman, Majrooh Sultanpuri Lyrics powered by www.musixmatch.com
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