ज़िन्दगी मिल के बिताएंगे
हाल-ए-दिल गा के सुनायेंगे
हम तो सात रंग हैं
ये जहां रंगीं बनायेंगे
ज़िन्दगी मिल के बिताएंगे
हाल-ए-दिल गा के सुनायेंगे
हम तो सात रंग हैं
ये जहां रंगीं बनायेंगे
सरगम हम से बने
नगमें हम से जवां
झूमे आसमां
हम ही तो दुनिया
के सात अजूबे है
हमसे है जहां
सरगम हम से बने
नगमें हम से जवां
झूमे आसमां
अरे हम ही तो दुनिया
के सात अजूबे है
हमसे है जहां
ज़िन्दगी मिल के बिताएंगे
हाल-ए-दिल गा के सुनायेंगे
हम तो सात रंग हैं
ये जहां रंगीं बनायेंगे
खुशियाँ बाटेंगे हम
हर ग़म मिल के सहें
फिर क्यों आंसू बहें
अरे बन के सहारा इक दूजे का
यूँ ही चलते रहे
खुशियाँ बाटेंगे हम
हर ग़म मिल के सहें
फिर क्यों आंसू बहें
बन के सहारा इक दूजे का
यूँ ही चलते रहे
ज़िन्दगी मिल के बिताएंगे
हाल-ए-दिल गा के सुनायेंगे
हम तो सात रंग हैं
ये जहां रंगीं बनायेंगे
ज़िन्दगी मिल के बिताएंगे
हाल-ए-दिल गा के सुनायेंगे
हम तो सात रंग हैं
ये जहां रंगीं बनायेंगे