Lyrics

कान्हा मेरे, कान्हा मेरे, कान्हा कान्हा मेरे, कान्हा मेरे, कान्हा मैं निहारूँ तुझे, जो सँवारूँ तुझे मेरी आँखें ये कान्हा से हटती नहीं मेरी आँखें ये कान्हा से हटती नहीं तेरी बंसी की धुन पे नाचूँ होके मगन मेरी भक्ति ये दुनिया समझती नहीं मेरी भक्ति ये दुनिया समझती नहीं हाँ, मैं पागल दीवानी, चाहूँ दर्शन तेरा बावरी हूँ मैं, कान्हा, तुम समर्पण मेरा मेरे कान्हा, मैं निहारूँ तुझे मेरे कान्हा, मैं निहारूँ तुझे मैं निहारूँ तुझे (कान्हा, कान्हा, कान्हा, कान्हा) (कान्हा, कान्हा, कान्हा, कान्हा) चलें जो हवाएँ, बोलें, "कान्हा-कान्हा" बारिश की बूँदें बोलें, "कान्हा-कान्हा" राधा जो पुकारे, बोले, "कान्हा-कान्हा" कण-कण में वास तेरा, कान्हा-कान्हा चाह तेरी, राह मेरी, कान्हा-कान्हा हाँ, चाह तेरी, राह मेरी, कान्हा-कान्हा मेरे कान्हा, मैं निहारूँ तुझे मेरे कान्हा, मैं निहारूँ तुझे मैं निहारूँ तुझे, जो सँवारूँ तुझे मेरी आँखें ये कान्हा से हटती नहीं मेरी आँखें ये कान्हा से हटती नहीं भूला हुआ था, भटका हुआ था कान्हा, तुमने सँभाला सब ने नकारा, तुमने सँवारा तू ही है एक सहारा भूला हुआ था, भटका हुआ था कान्हा, तुमने सँभाला सब ने नकारा, तुमने सँवारा तू ही है एक सहारा मेरी शुरुआत, मेरे कान्हा-कान्हा मेरी पहचान, मेरे कान्हा-कान्हा मेरी मुस्कान, मेरे कान्हा-कान्हा बंसी की तान बोले, "कान्हा-कान्हा" Swasti पुकारे, आओ अब तो, कान्हा हाँ, हम सब पुकारें, आओ, कान्हा-कान्हा मेरे कान्हा, मैं निहारूँ तुझे मेरे कान्हा, मैं निहारूँ तुझे मैं निहारूँ तुझे मेरे कान्हा की लीला निराली बंसी बजाए कृष्ण मुरारी वृंदावन की कुंज गली में गूँजे, "जय-जय बाँके बिहारी" मेरे कान्हा की लीला निराली बंसी बजाए कृष्ण मुरारी वृंदावन की कुंज गली में गूँजे, "जय-जय बाँके बिहारी" (कान्हा, कान्हा, कान्हा, कान्हा) (कान्हा, कान्हा, कान्हा, कान्हा) (कान्हा, कान्हा, कान्हा, कान्हा)
Writer(s): Swasti Mehul Lyrics powered by www.musixmatch.com
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