Lyrics

अब्दुल, अपना ख़्याल रखना सोचूँ वो बातें, वो लम्हे याद आते हैं ऐसे तू ना जाने दे मुझे रातें, मुलाकातें जो अधूरी रह गई थीं वो क्यूँ अब यूँ सताती हैं मुझे? सोचूँ वो बातें, वो लम्हे याद आते हैं ऐसे तू ना जाने दे मुझे रातें, मुलाकातें जो अधूरी रह गई थीं वो क्यूँ अब यूँ सताती हैं मुझे? यूँ सताती ही रहे तू, मैं तो चाहता ही वही हूँ मैं जानूँ या ना जानूँ, मैं जो चाहता, है वही तू यूँ सताती ही रहे तू, मैं तो चाहता ही वही हूँ मैं जानूँ या ना जानूँ, मैं जो चाहता, है वही तू Oh-oh-oh, oh, तू जान ले, पास आने दे ये दूरियां ना होने दे कहना चाहता हूँ दिल बेहाल है, फिर भी ऐतबार है सब्र सीखा तुझसे इसलिए दिल बेइख़्तियार है 'Cause when I came to you, I stayed for you I was pure like my heart was made for you Wished the same from you - what I gave to you But now honestly, my heart is just afraid of you जाना भी चाहूँ तो मुझे पता नहीं है रास्ते जो बढ़ा दिए हैं तूने सारे फ़ासले हर साँस में, हर रात में, ना जाने क्यूँ मैं बैठा सोचूँ वो बातें, वो लम्हे याद आते हैं ऐसे तू ना जाने दे मुझे रातें, मुलाकातें जो अधूरी रह गई थीं वो क्यूँ अब यूँ सताती हैं मुझे? ना जाने क्यूँ मैं बैठा, दिन-रात है क्यूँ अँधेरा? ये सारे राज़ क्यूँ राज़ हैं? सिर्फ़ तुझको था मैं कहता हाँ, मैंने सह लिया है और सब कुछ कह दिया है पहले थी ख्वाहिश, फिर गुज़ारिश, फिर भी ना आई तू वापिस सोचूँ वो बातें, वो लम्हे याद आते हैं ऐसे तू ना जाने दे मुझे रातें, मुलाकातें जो अधूरी रह गई थीं वो क्यूँ अब यूँ सताती हैं मुझे?
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