Lyrics

रे, तारामंडल, सूर्यमंडल की विचित्र सारी हलचल जुड़ी है तेरे भाव से, बसी है सारी तेरे अंदर प्रचंड पंचतत्व धारे, परमाणु में नक्षत्र सारे ग्रह है नौं, १२ है राशि, पर खेल इनके हम सब पे भारी (हम सब पे भारी, हम सब पे भारी) आदि-आदि, आदियोगी (hey, hey, hey, hey) मुक्त करे बंधन से जोगी आदि-आदि, आदियोगी (hey, hey, hey, hey) योग की भेंट हम सब ने भोगी आदि-आदि, आदियोगी (hey, hey, hey, hey) जोगी वो और मैं हूँ रोगी आदि-आदि, आदियोगी (hey, hey, hey, hey) जोगी वो और मैं हूँ लोभी ब्रह्मांड के आकार को मुद्राओं से जोड़ दिया ध्यान की धाराओं को देवलोक से जोड़ दिया नियंत्रण इंद्रियो पे पाना अनिवार्य अंदरूनी संतूलन ही है तेरा कार्य आदि-आदि, आदियोगी गणित के गुण गाएँ जोगी आदि-आदि, आदियोगी विज्ञान के गुण गाएँ जोगी मंगल दोष हो, कालसर्प हो, नाड़ी, या पितरु राजयोग, गजकेसरी, महाभाग्य, महालक्ष्मी हर दोष, हर लाभ, तेरे कर्मों का फल, प्यारे आसनों से इंद्रियो को मुक्त करले तू, न्यारे बन योगी-योगी, लोभ विरोधी बन जोगी-जोगी, योग का भोगी आदि-आदि, आदियोगी जोगी वो और मैं हूँ रोगी आदि-आदि, आदियोगी जोगी वो और मैं हूँ लोभी आदि-आदि, आदियोगी (ओ, शम्भो) जोगी वो और मैं हूँ रोगी (ओ, शम्भो) आदि-आदि, आदियोगी (ओ, शम्भो) जोगी वो और मैं हूँ लोभी (हर-हर महादेव) शिव, अशांति में, क्रांति में, शांति में शिव सर्जन में, संहार में, संचालन में शिव सत्व में, तमस में, रजस में शिव अतीत में, भविष्य में, अनंत में आदि-आदि, आदियोगी जोगी वो और मैं हूँ रोगी
Lyrics powered by www.musixmatch.com
instagramSharePathic_arrow_out