Lyrics

मोहब्बत जिस को कहते हैं, वो इक धड़कन पुरानी है मोहब्बत जिस को कहते हैं, वो इक धड़कन पुरानी है ये क़िस्सा हर नज़र का है, ये हर दिल की कहानी है ये क़िस्सा हर नज़र का है, ये हर दिल की कहानी है मोहब्बत जिस को कहते हैं... कभी तो ये ग़रीबों के भी सर पे ताज धरती है कभी ये बादशाहों के दिलों पे राज करती है कभी तो ये ग़रीबों के भी सर पे ताज धरती है कभी ये बादशाहों के दिलों पे राज करती है ...दिलों पे राज करती है इसी के दम से दुनिया है, इसी से ज़िंदगानी है इसी के दम से दुनिया है, इसी से ज़िंदगानी है मोहब्बत जिस को कहते है... कभी ये एक बिजली है, कभी शबनम का मोती है कभी होंठों पे हँसती है, कभी आँखों में रोती है कभी ये एक बिजली है, कभी शबनम का मोती है कभी होंठों पे हँसती है, कभी आँखों में रोती है ...कभी आँखों में रोती है कभी ये आग शोला है, कभी ये आग पानी है कभी ये आग शोला है, कभी ये आग पानी है मोहब्बत जिस को कहते हैं, वो इक धड़कन पुरानी है ये क़िस्सा हर नज़र का है, ये हर दिल की कहानी है मोहब्बत जिस को कहते हैं...
Writer(s): Prem Dhawan, Hemant Kumar Lyrics powered by www.musixmatch.com
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