Lyrics

फ़लक पकड़ के उठो और हवा पकड़ के चलो फ़लक पकड़ के उठो और हवा पकड़ के चलो फ़लक पकड़ के उठो और हवा पकड़ के चलो फ़लक पकड़ के उठो और हवा पकड़ के चलो तुम चलो तो हिंदुस्तान चले तुम चलो तो हिंदुस्तान चले तुम चलो तो हिंदुस्तान चले तुम चलो तो हिंदुस्तान चले लगाओ हाथ कि सूरज सुबह निकाला करे हथेलियों में भरे धूप और उछाला करे हो, लगाओ हाथ कि सूरज सुबह निकाला करे हथेलियों में भरे धूप और उछाला करे उफ़क़ पे पाँव रखो और चलो अकड़ के चलो उफ़क़ पे पाँव रखो और चलो अकड़ के चलो फ़लक पकड़ के उठो और हवा पकड़ के चलो फ़लक पकड़ के उठो और हवा पकड़ के चलो फ़लक पकड़ के उठो और हवा पकड़ के चलो तुम चलो तो हिंदुस्तान चले तुम चलो तो हिंदुस्तान चले, हिंदुस्तान चले चलो
Lyrics powered by www.musixmatch.com
instagramSharePathic_arrow_out