Lyrics
जान-ए-मन, जान-ए-जिगर, हाँ, थोड़ा सा देख इधर
प्यार मैं करता हूँ तुझसे जी भर कर
जान-ए-मन, जान-ए-जिगर, हाँ, थोड़ा सा देख इधर
प्यार मैं करता हूँ तुझसे जी भर कर
जान-ए-मन, जान-ए-जिगर
तेरी ज़ुल्फ़ें हैं या घटा है कोई सावन की
तेरे बदन पे है रौनक ये सारी कंचन की
हाँ, तेरे बदन पे है रौनक ये सारी कंचन की
शरबती आँखें तेरी, पतली सी है कमर
हाँ, जान-ए-मन, जान-ए-जिगर
तुम्हारे सामने जन्नत की हूर शरमाए
गगन से चाँद भी देखे तुझे तो ललचाए
हाँ, गगन से चाँद भी देखे तुझे तो ललचाए
जिधर भी देखूँ, गोरी, आती तुम हो नज़र
हाँ, जान-ए-मन, जान-ए-जिगर, हाँ, थोड़ा सा देख इधर
प्यार मैं करता हूँ तुझसे जी भर कर
जान-ए-मन, जान-ए-जिगर
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