Lyrics

ये झुके-झुके नैना, ये लट बलखाती तो दिल क्यूँ ना मेरा दीवाना हो तेरा? ये झुके-झुके नैना, ये लट बलखाती तो दिल क्यूँ ना मेरा दीवाना हो तेरा? ये झुके-झुके नैना... ये शर्म से दहके गाल चैन के दुश्मन हो गए ये शर्म से दहके गाल चैन के दुश्मन हो गए ये उलझे-उलझे बाल दिलों की उलझन हो गए तेरे गालों की ख़ैर, तेरे बालों की ख़ैर तेरे गालों की ख़ैर, तेरे बालों की ख़ैर क्यूँ ना ज़ुल्मी ओ ज़ालिम लजाना हो तेरा ये झुके-झुके नैना, ये लट बलखाती तो दिल क्यूँ ना मेरा दीवाना हो तेरा? ये झुके-झुके नैना... तेरी ज़ुल्फ़ का साथी बनता अगर मैं गजरा होता, हाए तेरी ज़ुल्फ़ का साथी बनता अगर मैं गजरा होता तेरी अँखियों में बस जाता अगर मैं कजरा होता तेरे गजरे की ख़ैर, तेरे कजरे की ख़ैर तेरे गजरे की ख़ैर, तेरे कजरे की ख़ैर जो भी देखे ना कैसे निशाना हो तेरा ये झुके-झुके नैना, ये लट बलखाती तो दिल क्यूँ ना मेरा दीवाना हो तेरा? ये झुके-झुके नैना... कई देखे मोर चकोर चाल ना ऐसी देखी कई देखे मोर चकोर चाल ना ऐसी देखी ये क़मर लचकती डाल-डाल ना ऐसी देखी ये रंग, ये रूप जैसे चढ़ती हो धूप ये रंग, ये रूप जैसे चढ़ती हो धूप गोरी फिर क्यूँ ना सारा ज़माना हो तेरा? ये झुके-झुके नैना, ये लट बलखाती तो दिल क्यूँ ना मेरा दीवाना हो तेरा? ये झुके-झुके नैना...
Writer(s): Rajinder Krishan, Ravi Shankar Lyrics powered by www.musixmatch.com
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