Credits
PERFORMING ARTISTS
Harass
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Harsh Parmar
Songwriter
Lyrics
रूढ़िवाद की टूटी टाँग
कस्तूरी मार के दूरी नाप
वसूली बाँट और ख़ूबी झाड़
नकुल का ज्ञान मजबूरी साफ
देखकर दुर्गुण भागते हमें खरिहान
चलाऊँ अर्जुन का बाण
हर पंकि शातिर परिणाम
मतलब सारथी 108
मूर्ख में भरा पड़ा आत्मविश्वास
वहीं संदेह में घिरा रहता कीर्तिमान
ज़िन्दगी में मिलते मसले कई
फिसले नहीं, घिसते गए, हम वाकई
कहता, हर तर्क मेरा करबला
जो बन पड़े वो कर भला
हर घाव से जिसका मन भरा
वो सफ़ल रहा जो चल पड़ा
माफ़ी केवल उसको जो लायक है पाप के
लाठी नापके के सीधा नाग के नाक पे
असली नायक ना ढापते
वो लड़ते अपने आप से
जहाँ सब धवस्त
वहीँ खुल जाते सबके रास्ते
क्योंकि
ताल्लुक़ात है पाबंदी
नेतागिरी मतलब नकलची
मैं मछली गली का Machiavelli
असली कवि
फुकूँ ग्रेट कली
ग्रेटेस्ट पूजूँ मैं काली, माँ काली
ना सिर पे कोई ऋण
ना सिखा घृणा करना
बैठें शेषनाग पे
मुस्कुराते लीलाधर
हम सबके फादर
नोट छप चुके तश्करी के
हम करते ना मुख़बरी हैं
रूढ़िवाद की टूटी टाँग
कस्तूरी मार के दूरी नाप
वसूली बाँट और ख़ूबी झाड़
नकुल का ज्ञान मजबूरी साफ
देखे दुर्गुण भागते खरिहान
चलाऊँ अर्जुन का बाण
हर पंक्ति शातिर परिणाम यानी
सारथी 108
AL-BOMB VOL 1 OTW
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